Varanasi News: इस बार बाबा लाटभैरव जी की बारात (शोभायात्रा) का दृश्य कुछ अलग रहा। परंपरा के अनुसार यह बारात प्रायः रात्रि में निकलती है, ल...
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Purvanchal Samachar |
अष्टभैरव मंदिर से निकली इस बारात में बाबा को फूल-मालाओं से भव्य रूप से सजाया गया था। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और पूरे मार्ग पर भक्तिमय वातावरण बना रहा। आयोजन का मुख्य कारण यह था कि शाम और रात में ग्रहण पड़ने की वजह से धार्मिक अनुष्ठानों को
उससे पहले संपन्न करना पड़ा।
यह आयोजन एक ओर परंपरा को निभाने का प्रतीक था, तो दूसरी ओर श्रद्धालुओं की गहरी आस्था का परिचायक भी। स्थानीय लोगों का कहना था कि इस तरह के अवसर वाराणसी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करते हैं।